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14 सितम्बर, 2012 से 16 सितम्बर, 2012 तक तीन दिवसीय ‘‘वित्त प्रबन्धन’’
प्रशिक्षण कार्यक्रम
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के अन्तर्गत संचालित उत्तराखण्ड महिला समेकित विकास योजना जिसका मुख्य उद्देश्य उत्तराखण्ड राज्य की पर्वतीय महिलाओं के कार्यबोझ में स्थायी रूप से कमी एवं उनके आजीविका स्तर में सुधार लाते हुए उनका सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण करना है। इस योजना के तहत् दिनांक 14 सितम्बर, 2012 से 16 सितम्बर, 2012 तक तीन दिवसीय ‘‘वित्त प्रबन्धन’’ प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन सहकारी प्रबन्ध संस्थान, पुराना मसूरी रोड़, राजपुर, देहरादून में किया गया। इस कार्यक्रम में उत्तराखण्ड के 13 जनपदों के 64 विकासखण्डों की 34 संस्थाओं के लगभग 50 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य योजना के तहत प्राप्त वित्तीय सहायता का प्रबन्धन एवं उचित प्रकार से समुदाय में उपयोग लाने के सम्बन्ध में प्रशिक्षण दिया जाना था। साथ ही योजनान्तर्गत गठित लगभग 1953 महिला स्वयं सहायता समूहों के द्वारा समूह बचत की धनराशि से आयसृजक सम्बंधी अवसरों की जानकारी एवं बचत धनराशि का समुचित उपयोग एवं प्रबन्धन कर समूहों की महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण की ओर बढ़ावा देने का प्रयास करना था।
उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम का उदधाटन एवं संबोधन श्री अमित सिंह नेगी, निदेशक/उपाध्यक्ष, महिला सशक्तिरकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा किया गया। अपने सम्बोधन में उपाध्यक्ष महोदय ने उत्तराखण्ड महिला समेकित विकास योजना के निर्माण एवं सोच पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह योजना मुख्यत: उत्तराखण्ड राज्य की महिलाओं के कार्यबोझ को न्यूनतम करते हुए उनका सर्वागीण विकास के लिए प्रयासरत है। उन्होने सहयोगी संस्थाओं के आए प्रतिभागियों से यह अपेक्षा की यदि संस्था चाहे तो वह अपने कार्यो एवं प्रयासों से महिलाओं समूहों का कौशल एवं क्षमता विकास करते हुए उन्हें आर्थिक रूप से स्वावलम्बन की दिशा की ओर उन्मुख कर सकती है।